चाल चाल म्हारी नानी बाई कलश बढ़ाओ ये चाल चाल म्हारी नानी बाई,कलश बंधाओ ये, बीरो थारो आयो ये। बिरो थारो आयो मायरो लायो,बीरो थारो आयो ये।मायरो लायो ये। द्वारका …
जिस समय भारत की सनातन संस्कृति पर क्रूरता के हमले हो रहे थे, जिस समय विश्व ने मानवता ताड़ताड़ होती देखी थी, उसी समय तमस को चीरते हुए एक हिंदवी स्वराज के सूर्…
श्री हनुमान चालीसा दोहा श्रीगुरु चरन सरोज रज निज मनु मुकुरु सुधारि । बरनउँ रघुबर बिमल जसु जो दायकु फल चारि ॥ बुद्धिहीन तनु जानिके, सुमिरौं पवन कुमार । बल बुध…
॥दोहा॥ श्री रामचन्द्र कृपालु भजुमन हरण भवभय दारुणं । नव कंज लोचन कंज मुख कर कंज पद कंजारुणं ॥१॥ EK GROUP DESH KE LIYE कन्दर्प अगणित अमित छवि नव नील नीरद सुन…
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